तनाव दूर करने को खरीदी शराब जब मिलती है ओवररेटिंग पर तो चढ़ने से पहले ही उतर जाता है नशा…

तनाव दूर करने को खरीदी शराब जब मिलती है ओवररेटिंग पर तो चढ़ने से पहले ही उतर जाता है नशा…

शराब दुकानदार डीएम के आदेशों को ताक पे रखकर ओवर रेटिंग को दे रहे अंजाम

देहरादून। रोजाना की मशीनी जिंदगी और तनाव के बीच थकाहारा आदमी जब घर पहुंचता है तो  मदिरा के सहारे उस तनाव को दूर करने की उसकी कोशिश होती है। लेकिन उसका तनाव और अधिक तब बढ़ जाता है जब उसको निर्धारित दरों से अधिक कीमत पर शराब खरीदनी पड़े। यह हाल उत्तराखंड में शराब की दुकानों पर आए दिन देखने को मिल रहा है l

लगता है! ओवर रेटिंग को लेकर प्रशासन की सारी कोशिशे अब बेकार साबित होती जा रही है। रोजाना डीएम साहब के आदेशो को ठेंगा दिखा रहे शराब दुकानदार मनमाने ढंग से शराब की प्रत्येक बोतल/क्वार्टर व हाफ पर मूल्य से अधिक शुल्क वसूल रहे है जबकि ओवर रेटिंग्स को लेकर प्रशासन द्वारा अभियान के तहत छापे मारे जा रहे है उसके बावजूद दुकानदारों में प्रशासन का कोई भी डर व भय नजर नही आ रहा है।

जिसका ताजा उदाहरण हमे एक दुकान में देखने को मिला।
सर्वे चोक स्थित अंग्रेजी दुकान पर स्टिंग करते वक्त पाया गया कि सिग्नेचर रेड शराब की एक बोतल जिसका मूल्य प्रिंट रेट एक हजार रुपये है दुकान दार द्वारा उसकी कीमत ₹1010/- वसूली गयी। हमने उपरोक्त घटना का साक्षात्कार दस्तावेज के रूप में समाचार के साथ प्रस्तुत कर दिया है। अब देखना ये है कि प्रशासन इस मामले पर क्या कार्यवाही करता है।
अभियान के तहत रोजाना डीएम साहब के आदेश जारी किए जा रहे है कि शराब पर मूल्य से अधिक पैसा ना वसूला जाए परन्तु इसे दुर्भाग्य ही कहा जाए कि डीएम साहब के इस एलान को दुकानदार बहुत हल्के में ले रहे है। प्रशासन का वास्ता देकर ग्रहको को कोई राहत नही है उल्टा दुकानदार बार बार रौब झाड़ते हुए अपने इस काले धंधे में प्रशासन की भी संलिप्ता जाहिर कर रहे है।

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